वेलकम टू आई० सी० टी० कंप्यूटर कैंपस- अलीगंज शाहगंज जौनपुर - ट्रेनर - संतोष कुमार गुप्ता द्वारा सम्पादित :-
फोन लाइन के सहारे इंटरनेट अब बीते जमाने की बात हो गई है आजकल तो वाईफाई का जमाना है, जिसके सहारे बिना किसी तार के इंटरनेट एक्सेस किया जा सकता है.वाई-फाई एक वायरलेस टेक्नोलॉजी है जिसका खासा
यूज़ इन्टरनेट से जुड़ने के लिए किया जाता है. वाई-फाई (wi-fi) का फुल नेम वायरलेस वायरलेस फिडेलिटी है.यह वाई-फाई एक ऐसा नेटवर्क है जो रेडियो सिग्नल को ब्रॉडकास्ट करके उच्चय स्पीड का ट्रांसमिशन बनता है जिससे लोग आसानी से इन्टरनेट से जुड़ कर अच्छी स्पीड के साथ इन्टरनेट यूज़ करते है. आज कल जितने भी लैपटॉप,टेबलेट,नोटबुक,स्मार्ट फ़ोन आ रहे है सब में वाई-फाई फैसिलिटी है. वाई-फाई नेटवर्क के लिए एक राऊटर की जरुरत पड़ती है जो वाई-फाई सिंग्नल को फैलाकर कर वाई-फाई फैसिलिटी से युक्त डिवाईसो को कनेक्ट करता है.इस समयफोन लाइन के सहारे इंटरनेट अब बीते जमाने की बात हो गई है आजकल तो वाईफाई का जमाना है, जिसके सहारे बिना किसी तार के इंटरनेट एक्सेस किया जा सकता है.वाई-फाई एक वायरलेस टेक्नोलॉजी है जिसका खासा
वाई-फाई का प्रयोग एअरपोर्ट,बड़े बड़े होटल,ऑफिस,यूनिवर्सिटी कैम्पस में किया जा रहा है जन्हा लोगो को वायर लेस इन्टरनेट सेवा दी जा रही है.वाई-फाई को राऊटर या एक्सेस पॉइंट लगाकर हॉट स्पॉट बनाकर कई सारे वाई-फाई से लैस उपकरणों को आसानी से जोड़ सकते है.भारत में पुणे पहला ऐसा शहर है जो पूरी तरह वाई फाई युक्त है.: ट्रेन में इंटरनेट की सुविधा मुहैया कराने के लिए रेल प्रशासन ट्रेनों को वाई-फाई तकनीक से लैस करने जा रहा है.इसकी सबसे पहले सेवा दिल्ली-हावड़ा राजधानी एक्सप्रेस (12302) हुयी थी .
स्मार्ट मोबाइल से पोर्टेबल वाईफाई हॉट स्पॉट बनाकर कई सारे डिवाईसो को जोड़ सकते है.इसके लिए सेटिंग में जाये वायरलैस एंड नेटर्वक आप्शन पर क्लिक करे और Portable Wi-Fi hotspot पर चेक मार्क लगा दे ऐसा करते ही आपका मोबाइल राऊटर या ब्रॉडबैंड के तरीके से काम करने लगेगा .
वाई-फाई सिस्टम की टेकनिकल पॉइंट
- यह टेक्नोलॉजी IEEE 802.11 कई स्टैण्डर्ड पर बेस्ड है.
- ये टेक्नोलॉजी 1999 के बाद आई थी.
- इसकी स्पीड 11 से 60 MB पर सेकंड है.
- इसकी रेंज 10 मीटर से लेकर 150 फिट तक है.
- वाई-फाई सिस्टम के लिए एक्सेस पॉइंट और वाई-फाई कार्ड् की जरुरत होती है.
- वाई-फाई सिस्टम में एक एक्सेस पॉइंट में 30 यूजर कनेक्ट हो सकते है.
- वाई-फाई सिस्टम तीन typologies पर काम करता है- (i) एक्सेस पॉइंट बेस्ड (ii) पियर टू पियर (iii) पॉइंट टू मल्टीपॉइंट ब्रिज.
- वाई-फाई सिस्टम में दो प्रकार की सिक्यूरिटी के आप्शन है पहला- यूजर ऑथेंटिकेशन और दूसरा सर्वर ऑथेंटिकेशन
(i) SSI (ii) WEP (iii) WAP.
वाई-फाई सिस्टम को पासवर्ड प्रोटेक्टेड रखना
वाई-फाई यूजर्स को अपने वाईफाई कनेक्शन को पासवर्ड प्रोटेक्टेड रखना चाहिए। वाईफाई कनेक्शन के साथ थ्री लेवल सिक्युरिटी कवर मौजूद है, जिसका इस्तेमाल कर कंस्यूमर इस खतरे से बच सकता है। वाई-फाई कनेक्शन के साथ डिफॉल्ट सिक्युरिटी ऑप्शंस भी होते हैं। सबसे पहला लेवल डिवाइस को "की" पासवर्ड से प्रोटेक्ट करना है।
ब्लूटूथ और वाई-फाई में क्या अंतर है :-
ब्लूटूथ और वाई-फाई में क्या अंतर है :-
ये दोनो वायरलेस टेक्नोलॉजी पर काम करते है.ब्लूटूथ जो सिस्टम है वह कम दुरी पर दो उपकरणों के बीच डाटा ट्रान्सफर करने के लिए इसका प्रयोग होता है.यह लो बैंडविड्थ पर काम करता है जैसे वायरलेस कीबोर्ड,माउस,इयार्फोने आदि जो कि वाई-फाई हाई बैंडविड्थ पर काम करता है इसकी डिस्टेंस भी ज्यादा होती है.ब्लूटूथ का बिट रेट 2.1 MBPS होता है जबकि वाई फाई का बिट रेट 600 MBPS होता है..
Thank you....☺
ReplyDeleteबहुत वाडिया वेबसाइट है और उससे भी अच्छी जानकारी उपलब्ध है , धन्यबाद एडमिन
ReplyDeleteवाई-फाई संबंधी पूरा ज्ञान , हिंदी में , विस्तार सहित
http://wifirelatedhelpinhindi.blogspot.in